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Thursday 10 October 2013

Love and Sex...

मै जानती हूँ सैफी आप 24 -25 साल के एक भरपूर मर्द हैं। सच मै ऐसा ही सजीला मर्द अपनी जिंदगी में चाहती थी। मै क्या हर लड़की अपनी जिंदगी में ऐसा ही मर्द चाहती है। आपने ने मेरे साथ सेक्स करके मेरे शरीर के अंगो को नया आकर दिया है। मेरी योनि आपके वीर्य से नहाने के बाद खुश्बूदार हो गई है। मेरे स्तन आपके हाथो से रगड़े जाने के बाद और उन्नत हो गए हैं। मेरे  अंडरगारमेंट चेंज हो गये हैं। अब मै समीज़ की जगह ब्रा पहनने लगी हूँ। सच पूछो मेरे प्रियतम तो आपने मुझे एक सम्पूर्ण लड़की बना दिया है। अपनी  प्रेमिका बना लिया है। मै जानती हूँ आप मेरी कजिन यानि राजीव की बहन संजना से भी सेक्स करते है। पर मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आपकी जिंदगी में संजना मुझसे पहले से है, कोई बात नहीं। मेरे लिए तो इतनी ही बात अच्छी है कि आप ने मुझे अपनी बाहों में जगह दी। सैफी ओह मेरे प्रियतम मेरे अंग अंग में आपने अपने हाथो से जवानी भर दी है। मेरे कौमार्य को तोड़ कर मुझे जो मीठा दर्द आपने दिया है वो मेरे लिए अनमोल धरोहर है। आपके वीर्य की महक मुझे मदहोश कर देती है। सैफी ये अस्मिता आपके जिस्म को अपने जिस्म पे चादर की तरह महसूस करके काँप जाती है। आपके मुस्लिम शिश्न के प्रहार कितने घातक होते है ये मेरी योनि से बेहतर कौन जान सकता है। और आपके हाथो की सख्ती का हाल कोई मेरे कमसिन स्तनों से पूछे? आप  जब भी मेरे साथ सम्भोग करते है मै और मेरी योनि दोनों ही पनाह मागने लगते है। आप के शिश्न का गुस्सा  कर अब मेरी योनि डर से सिकुड़ जाती है पर वो आपके मुस्लिम शिश्न की दीवानी बन चुकी है। आपके मुस्लिम शिश्न के आगे का लाल फूल की ठोकर मेरी योनि का  भुरता बना  है और मै आपके पैरो में सर रखकर विनंती करती हु पर आप मेरी विनंती ठुकराकर मुझसे सेक्स करते रहते हैं।सैफी  अब तो मेरे जिस्म को आपके जिस्म की आदत होती जा रही है।         

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